छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU), कानपुर से संबद्ध कॉलेजों के अनेक छात्र इस समय समर्थ पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ियों से काफ़ी परेशान हैं। 22 अप्रैल से सम सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, लेकिन हजारों छात्र अभी तक परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए हैं।
CSJMU 75,000 छात्रों का पहले सेमेस्टर का रिजल्ट अब तक लंबित
समर्थ पोर्टल पर सबसे बड़ी समस्या उन छात्रों के साथ है जिनका प्रथम सेमेस्टर का परिणाम अब तक जारी नहीं हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, करीब 250 कॉलेजों के लगभग 75,000 छात्र अपने पहले सेमेस्टर के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। परिणाम घोषित न होने के कारण ये छात्र आगे की परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं।
16 अप्रैल को फिर खुला पोर्टल, नहीं भर पाए हजारों छात्र फॉर्म
16 अप्रैल को विश्वविद्यालय ने फॉर्म भरने के लिए पोर्टल खोला, लेकिन यह केवल एक दिन के लिए खुला। भारी संख्या में छात्रों के आवेदन लंबित रह गए।
केस-1: एक छात्र ने बताया कि 16 अप्रैल को उसका सेमेस्टर परिणाम घोषित होना था, लेकिन अभी तक पोर्टल पर अपडेट नहीं हुआ है, जिससे वह परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहा है। हालाँकि विश्वविद्यालय ने अब अंतिम तिथि को एक दिन और विस्तारित कर दिया है।
मेजर कोर्स की जगह बीकॉम का विषय खुल रहा
फॉर्म भरते समय कोर्स चयन में भी समस्याएं सामने आ रही हैं। कई छात्रों को उनके मूल कोर्स के बजाय अन्य कोर्स का विकल्प दिख रहा है।
केस-2: बीएससी का एक छात्र जब मेजर कोर्स चुनने गया, तो पोर्टल पर उसके लिए केवल बीकॉम का विकल्प दिखाई दे रहा था, जिससे वह बेहद परेशान है।
BBA के छात्रों के लिए बैक पेपर विकल्प नहीं खुल रहा
अब एक नई समस्या BBA कोर्स के छात्रों के सामने आ रही है। समर्थ पोर्टल पर BBA के सम सेमेस्टर (2, 4, 6) के बैक पेपर के लिए आवेदन करने का विकल्प अभी तक नहीं खोला गया है।
यह समस्या केवल बैक पेपर छात्रों के साथ हो रही है, जबकि रेगुलर छात्रों के लिए सेमेस्टर फॉर्म का विकल्प खुला हुआ है। इससे BBA के दर्जनों छात्र-छात्राएं परेशान हैं और बार-बार कॉलेज और पोर्टल चेक कर रहे हैं।
उदाहरण:
BBA चतुर्थ सेमेस्टर की एक छात्र अनुज शर्मा बताते हैं कि उनका एक विषय बैक में था, और वह परीक्षा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन पोर्टल पर आवेदन का विकल्प ही नहीं आ रहा। कॉलेज में पूछने पर बताया गया कि यह तकनीकी समस्या है, पर अब समय बहुत कम बचा है, जिससे मानसिक तनाव बढ़ रहा है।
प्रशासन का आश्वासन, जल्द हल होगा मामला
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने कहा कि छात्रों की समस्याओं से शासन को अवगत कराया गया है। वहीं, परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार का कहना है कि छात्रों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा और सभी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने छात्रों को राहत देने के लिए बढ़ाई अंतिम तिथि
छात्रों की समस्याओं को देखते हुए विश्वविद्यालय ने 16 अप्रैल 2025 को एक आधिकारिक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अब स्नातक एवं परास्नातक स्तर के छात्रों के लिए द्वितीय, चतुर्थ एवं षष्ठम सेमेस्टर की परीक्षाओं के फॉर्म 17 अप्रैल 2025 तक भरे जा सकेंगे।
विशेष रूप से फर्रुखाबाद, इटावा और इटियाह जिलों के महाविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे छात्रों की सुविधा के लिए कंप्यूटर सेंटर में विशेष व्यवस्था करें।
छात्रों को सुबह 11:00 बजे तक कंप्यूटर सेंटर में उपस्थित होकर आवेदन कराने को कहा गया है, जिससे किसी भी दशा में वे आवेदन से वंचित न हों।
निष्कर्ष:
समर्थ पोर्टल की तकनीकी खामियों ने हजारों छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। हालांकि विश्वविद्यालय ने तिथि बढ़ाकर राहत दी है, लेकिन जब तक पोर्टल की गड़बड़ियों को स्थायी रूप से ठीक नहीं किया जाता, छात्रों की परेशानियाँ बनी रहेंगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन से अपेक्षा है कि वह न केवल फॉर्म भरने की प्रक्रिया को सरल बनाए, बल्कि कोर्स चयन और बैक पेपर आवेदन जैसी समस्याओं को भी तत्काल प्रभाव से दूर करे।